नाम ग़ुम जायेगा, चेहरा ये बदल जायेगा
मेरी आवाज़ ही पहचान है ग़र याद रहे
वक़्त के सितम कम हसीं नहीं, आज हैं यहाँ कल कहीं नहीं
वक़्त के परे अगर मिल गए कहीं, मेरी आवाज़ ही पहचान है...
जो गुजर गयी कल की बात थी, उम्र तो नहीं एक रात थी
रात का सिरा अगर फिर मिले कहीं, मेरी आवाज़ ही पहचान है...
दिन ढले जहां रात पास हो, जिंदगी की लौं ऊँची कर चलो
याद आये ग़र कभी जी उदास हो, मेरी आवाज़ ही पहचान है...
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